लालू से पूछा गठबंधन की मजबूरी क्या है?
औरंगाबाद । राजद कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया संजय मंडल ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को पत्र लिखकर पूछ
औरंगाबाद । राजद कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया संजय मंडल ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को पत्र लिखकर पूछा है कि ऐसी क्या मजबूरी हो गयी कि बिना कार्यकर्ताओं की राय के ही नीतीश कुमार से गठबंधन कर लिया। कहा है कि जब छोटू मुखिया हत्याकाड में आपने नीतीश की खिलाफत की थी तब फिर उसके मामले में फंसाये गए लोगों को न्याय मिले बिना उनके साथ गठबंधन करना कहा तक उचित है? कहा कि सोनहथु मुखिया सह राजद कार्यकर्ता की हत्या के बाद 2 मई 2012 को जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। उसमें नीतीश के आदेश पर बर्बरतापूर्वक प्रदर्शनकारियों को पीटा गया। महिलाओं को पीटा और घसीटा गया। 69 को अभियुक्त बनाया गया, 29 को गिरफ्तार कर अपराधियों के साथ जेल में रखा गया। पटना में जब आपसे मिला गया तो 6 मई को आपने धमनी में कार्यक्रम दिया। एक महिला नेत्री की पिटाई को मंच से दिखाया। मुखिया छोटू की विधवा पत्नी को अपनी ओर से एक लाख रुपये दिया। वैचारिक मतभेद के कारण ही उस समय मंच पर रहे पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह, सुरेश मेहता एवं सुरेश पासवान जैसे कार्यकर्ता पार्टी से अलग हो गए।