हत्या अदावत में हुई या कुछ ..
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद :
बारुण थाना मुख्यालय में शुक्रवार रात्रि जितेंद्र सिंह (35 वर्ष) की हुई हत्या से सनसनी है। हत्या को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। पुलिस हत्या के रहस्य को सुलझाने में लगी है। जितेंद्र की हत्या राजेश कुमार यादव हत्याकांड का बदला है या साजिश का परिणाम इसकी जांच पुलिस कर रही है। वैसे चर्चा है कि 2013 में राजेश की हुई हत्या का यह बदला है। राजेश हत्याकांड में मृतक जितेंद्र का भाई भोली सिंह जेल में बंद है। पुलिस के अनुसार वह 10 माह से जेल में है। हत्या के इस मामले में अमरजीत सिंह उर्फ भोला जेल गया था परंतु वह जमानत पर बाहर है। चर्चा है कि राजेश हत्याकांड का बदला लिया गया। शक को बल भी मिलता है। अपराधी जेल में बंद भोली के तेज तर्रार भाई विजेंद्र सिंह को खोज रहे थे। बताया जाता है कि जेल में बंद अपने भाई की पैरवी न्यायालय एवं अन्य जगहों पर विजेंद्र करता है। विजेंद्र ने हत्या के कारणों का पुलिस के समक्ष खुलासा किया है। पुलिस को बताया कि राजेश का भाई उपेंद्र सिंह, पिता राजेंद्र सिंह, कुणाल कुमार, विकास कुमार एवं शशि प्रजापति ने हत्या किया है। घर में घुसकर सभी हमें खोज रहे थे परंतु भाई जितेंद्र बाहर निकला। जितेंद्र को विजेंद्र समझकर उक्त लोगों ने गोली चलायी जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद पुलिस ने दो को हिरासत में लिया है। दोनों से सघन पूछताछ चल रही है।