कार्यपालक के बयान से खुले कई रहस्य
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद :
नगर परिषद कार्यालय में मुख्य पार्षद श्वेता गुप्ता के पति शिवकुमार गुप्ता द्वारा पिस्टल लहराने मामले में कार्यपालक पदाधिकारी शत्रुंजय मिश्रा ने रविवार को नगर थाना में बयान भेजा है। कई पार्षदों पर गंभीर आरोप लगाया है। अपने बयान में कहा है कि कुछ पार्षद नप कार्यालय पर वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं। पार्षद सतीश कुमार सिंह, अतहर हुसैन मंटू, मो. फारुख, धर्मेद्र शर्मा, मो. युसूफ अंसारी का नाम लिया है। कहा है कि वार्ड संख्या 12 के पार्षद सतीश कुमार सिंह ने कुछ माह पहले बताया था कि लाइसेंस हो गया है हथियार खरीदना है। उन्होंने हथियार खरीदा या नहीं यह तो हम नहीं जानते परंतु लाइसेंस मिलने के बाद से उनका व्यवहार उग्र हो गया है। राज्य योजना निधि को विमुक्त करने के लिए भी मुझ पर दबाव डाला गया है। हद यह कि मुख्य पार्षद का पैड वार्ड पार्षद अपने पास रखते हैं। कार्यपालक ने अपने बयान में यह भी खुलासा किया है कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सौदेबाजी की गई थी। उन्होंने 10 लाख रुपये सौदेबाजी करने का आरोप लगाया है। कहा है कि यह बात हमें मुख्य पार्षद पति ने बताया है। कहा है कि सौदेबाजी के एवज में राज्य योजना निधि का पैसा विमुक्त करने के लिए मुख्य पार्षद के द्वारा आदेश दिया गया जबकि यह नियमानुकूल नहीं है। कार्यपालक ने अपने बयान में पार्षदों पर और कई आरोप लगाए हैं और उसका साक्ष्य थाना को उपलब्ध कराया है। मुख्य पार्षद श्वेता गुप्ता ने कहा कि कार्यपालक के आरोप में दम नहीं है। वे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मेरा हस्ताक्षरयुक्त पैड किसी के पास नहीं रहता है।