आखिरी सास तक जारी रहेगा संघर्ष
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद :
कुटुंबा प्रखंड के देवरिया जगदीशपुर गांव में शराब दुकान खोले जाने के खिलाफ सोमवार से समाहरणालय के समक्ष अनशन पर बैठी महिला मंजू देवी की स्थिति मंगलवार को बिगड़ गई। मंजू अनशन स्थल पर बेहोश हो गई। सूचना पर चिकित्सक डा. प्रेम प्रकाश पहुंचे और मंजू का स्वास्थ्य जांच किया। बताया कि ब्लड प्रेशर डाउन होने से स्थिति बिगड़ी है। इलाज जरूरी है अन्यथा कुछ भी हो सकता है। उधर मंजू ने कहा कि अंतिम सांस तक संघर्ष जारी रहेगा। मैं नहीं चाहती कि गांव में शराब बिके और शराब के कारण युवा पीढ़ी बर्बाद हो। मंजू ने कहा कि अनशन पर बैठने से पहले मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीएम एवं उत्पाद अधीक्षक को आवेदन दिया था। मेरे आवेदन पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर हुआ। मंजू ने कहा कि मैं न्याय लेकर रहूंगी। पिछले वर्ष मेरे परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। अगर मेरे पति की हत्या होती है तो इसके लिए जिम्मेवार उत्पाद अधीक्षक होंगे। महिला के समर्थन में गोकुल सेना के संजय सज्जन सिंह, संजीव कुमार सिंह, अभाविप के दीपक कुमार, उज्जवल कुमार, आइसा के नीरज कुमार ने प्रदर्शन किया। कहा कि मंजू की मांग जायज है। हम सभी युवा इसके साथ खड़े हैं। अगर न्याय नहीं मिला तो सड़क पर आंदोलन तेज किया जाएगा। विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने कहा कि आज बुधवार को डीएम एवं उत्पाद अधीक्षक का पुतला फूंका जाएगा। दो दिनों से मंजू अनशन पर बैठी है और कोई पूछने भी नहीं आया। इसी रास्ते से डीएम, उत्पाद अधीक्षक एवं अन्य जाते हैं परंतु उनकी नजर अब तक मंजू पर नहीं पड़ी है। अनशन स्थल पर मंजू के पति गोपाल सिंह, भाई रामऔतार सिंह, संजय गुप्ता, विनय गुप्ता, जयप्रकाश, वीरेंद्र वर्मा, योगेंद्र राम उपस्थित थे।