साथियों को निकालने के लिए थाने पर हुआ था हमला
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद :
दो माह पहले चाल्हो जोन में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में फंसे साथियों को निकालने के लिए नक्सलियों ने गया जिले के आमस थाने पर हमला किया था। पुलिस के हत्थे चढ़ा माओवादी जोनल सचिव कईल प्रजापति ने पुलिस के समक्ष यह राज उगला है। एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान कई नक्सली पुलिस से घिर गए थे। निकालने के लिए नक्सलियों का दूसरा टीम आमस थाना पर हमला किया एवं जीटी रोड पर गोलीबारी। गोलीबारी का नेतृत्व कईल प्रजापति कर रहा था। एसपी के अनुसार प्रजापति ने पूरे मामले का खुलासा किया है। एमबीएल कंपनी पर हुए हमले के बारे में भी प्रजापति ने कई राज उगला है। एसपी ने बताया कि रफीगंज से लेकर गोह तक नक्सली तैनात थे। गिरफ्तार नक्सली जमादार यादव पूरे घटना का रेकी किया था। एमबीएल कंपनी के कैंप से लूटे गए हथियार को चाल्हो जोन एवं आमस थाना के डुमरी जंगल में बांटा गया था। गिरफ्तार नक्सली ने संगठन के सहयोगी एवं आश्रयदाताओं के नामों का खुलासा किया है। जिन लोगों का नाम बताया गया है उसकी जांच में पुलिस लग गई है।