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पाठ्य पुस्तकों से वंचित हैं स्कूली बच्चे

स्थानीय एवं वंशी प्रखंड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के बच्चों को अभी तक पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध नहीं कराई गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Jun 2017 03:06 AM (IST)Updated: Sat, 17 Jun 2017 03:06 AM (IST)
पाठ्य पुस्तकों से वंचित हैं स्कूली बच्चे
पाठ्य पुस्तकों से वंचित हैं स्कूली बच्चे

अरवल। स्थानीय एवं वंशी प्रखंड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के बच्चों को अभी तक पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध नहीं कराई गई है। पुस्तकों के अभाव में बच्चों के पठन-पाठन में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। शैक्षणिक सत्र को आरंभ हुए ढाई महीने बीत जाने के बाद पुस्तक उपलब्ध नहीं कराए जाने से छात्र शिक्षक व अभिभावक परेशान हैं। अभिभावकों ने बताया कि पूर्व के वर्षों में निर्धारित समय पर पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाती थी लेकिन इस बार विलंब हो रहा है। बाजार में भी पुस्तकें उपलब्ध नहीं है कि हमलोग खरीदकर बच्चों को उपलब्ध करा सकें। इधर शिक्षक महेश्वरी प्रसाद ने बताया कि पिछले वर्ष जो बच्चे पास कर अगली कक्षा में गए हैं उन्हीं से पुस्तके लेकर पिछली कक्षा के छात्रों को देना है। इस व्यवस्था के तहत मात्र दस फीसद बच्चों को ही पुस्तकें उपलब्ध कराई गई है। शेष बच्चे अभी तक किताब से वंचित हैं। शिक्षक भी पुस्तकें उपलब्ध नहीं कराने से परेशान है। उनका कहना है कि समय पर किताब उपलब्ध नहीं कराने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। इस संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत पुस्तकों की खरीद के लिए सरकार द्वारा नगद राशि उपलब्ध कराई जाएगी। आवंटन उपलब्ध होते ही वितरण किया जाएगा।


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