जोकीहाट में हरियाली योजना में 22 लाख का घोटाला, प्राथमिकी
अररिया। प्रखंड में हरियाली योजना के तहत वर्ष 2005-06 के बाद चकई, कुरसेल और पछियारी पिपरा पंचायत में
अररिया। प्रखंड में हरियाली योजना के तहत वर्ष 2005-06 के बाद चकई, कुरसेल और पछियारी पिपरा पंचायत में जमकर लूट खसोट हुई थी। विभागीय जांच पूरी होने के बाद डीडीसी आमोद कुमार शरण के निर्देश पर जोकीहाट प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. एके अमन ने जोकीहाट थाने में दोषी लोगो के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। नामजदों में तत्कालीन बीडीओ, प्रखंड नाजिर सहित तीनों पंचायत के तत्कालीन सचिव शामिल हैं और उनके खिलाफ गबन का मामला पाया गया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार हरियाली परियोजना का क्रियान्वयन वित्तीय वर्ष 2005-06 के बाद हुई थी। उक्त संचालित योजनाओं का विभाग द्वारा योजना बंद करने का निदेश दिया गया था। 14 दिसंबर 2016 को संचालित योजनाओं का पटना में अवलोकन हुआ। रोकड पंजी की स्क्रूटनी के बाद परियोजना निदेशक के पत्रांक 295257/ दिनांक 24/12/16 ने उल्लेख किया है कि तत्कालीन सीईओ सह डीडीसी अररिया द्वारा अनियमित ढंग से सचिव, पंचायत समिति जोकीहाट को 22 लाख 50 हजार रूपये दी गई है। जिसका अभिलेख संधारण भी नही किया गया है। इतना ही नही गलत प्रतिवेदन भारत सरकार को भेजा गया है। जो वित्तीय अनियमितता एवं गलत प्रतिवेदन के साथ गबन व आर्थिक अपराध का मामला बताया गया है। तत्कालीन बीडीओ रमेश झा द्वारा अनियमित ढंग से राशि व्यय व डब्लूडीटी के सदस्य के नाम पर लाखों की निकासी की गई। प्रखंड में संधारित पंजी के अनुसार गैर सरकारी संगठन सीमांचल जन कल्याण केन्द्र किशनगंज द्वारा 88140 रूपया डीआरडीए अररिया में जमा कराया है लेकिन सूद की राशि अप्राप्त है।
कौन हैं आरोपी
इस योजना के आरोपियों में तत्कालीन बीडीओ रमेश झा, प्रखंड नाजिर जावेद अहमद, तत्कालीन दो तत्कालीन पंचायत सचिव शिवनारायण उरांव व जयराम शर्मा तथा बलराम प्रसाद मंडल शामिल हैं। इसके अलावा गलत प्रतिवेदन भेजने वाले बाद के पंचायत सचिव विमल कुमार यादव, देवनाथ राम तथा उमेश कुमार यादव को भी आरोपी बनाया गया है।