धरातल पर नहीं मिले चापाकल, मुखिया ने निकाले 16 लाख
अररिया। नरपतगंज प्रखंड के पिठौरा पंचायत में 2015-16 के तहत 14 वीं वित्त, 13 वीं, मनरेगा, बीआर
अररिया। नरपतगंज प्रखंड के पिठौरा पंचायत में 2015-16 के तहत 14 वीं वित्त, 13 वीं, मनरेगा, बीआरजीएफ, चतुर्थ वित्त आयोग में करोड़ों की राशि का पंचायत के पूर्व मुखिया नरेश कामत तथा पंचायत सचिव कमल कुमार द्वारा मिलीभगत कर कागजों पर योजनाओं की खानापूरी कर राशि का बंदरबांट करने का मामला प्रकाश में आया है। शुक्रवार को अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार ने जब पिठौरा में जाकर योजनाओं का जांच किया तो 14 वीं वित्त योजना के तहत निकाले गए 16 लाख की राशि का एक भी चापाकल नहीं मिला। एसडीओ ने पिठौरा में जब वर्ष 2015-16 के 14 वीं वित्त योजना के तहत चार योजना के लिए पूर्व मुखिया नरेश कामत ने 26 लाख की योजना की जांच की गई तो धरातल पर चापालकल एक भी नहीं मिले वहीं इस मद से 16 लाख तथा पीसीसी सड़क के लिए निकाले 10 लाख की योजना भी आधी अधूरी मिली। बीडीओ ने भी जब अभिलेख देखा तो न एम बी बुक कराई गई और ना हीं प्रशासनिक स्वकृती ली गई थी। योजना संख्या 3-2016 में 9 लाख 40 हजार 500 की राशि मुखिया ने अपने अनुसार निकासी कर ली। फारबिसगंज एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि चार योजना की जांच की गई जिसमें व्यापक अनियमितता पाई गई है। जिसमें पंचायत के सचिव समेत मुखिया दोनों दोषी है। यह मामला वित्तीय अनियमितता का है सभी जांच पूर्ण होने के बाद दोषियों पर कड़ी कारवाई की जाएगी।
वहीं पिठौरा पंचायत के मुखिया संतोष उर्फ बौआ ¨सह ने बताया कि इस पंचायत के पूर्व मुखिया नरेश कामत ने पांच वर्षों तक पंचायत में जमकर लूट खसोट मचाया। योजनाओं को कागज पर खोलकर पैसे की निकासी कर ली। इस पंचायत में 14वीं व 13वीं वित्त, बीआरजीएफ, मनरेगा, चतुर्थ वित्त आयोग से पैसे की करोड़ों की राशि का फर्जीवाड़ा किया गया है। जिस कारण चुनाव के एक वर्ष बाद अब तक पंचायत सचिव कमल कुमार ने प्रभार तक नहीं दिया है। उल्लेखनीय है कि मुखिया द्वारा जिलाधिकारी ¨हमाशु कुमार से शिकायत करने पर एसडीओ ने पंचायत में योजनाओं का जांच की।