कनकनी व कोहरे का कहर, कांपने लगा शहर
अररिया। गुरुवार की सुबह जब लोग नींद से जगे तो पूरा शहर कोहरे की सफेद चादर के नीचे दबा पड़ा था। लेकिन
अररिया। गुरुवार की सुबह जब लोग नींद से जगे तो पूरा शहर कोहरे की सफेद चादर के नीचे दबा पड़ा था। लेकिन दो तीन घंटे तक हालात ऐसे ही बने रहे। दस बजे के आसपास जब शानदार धूप निकल आई तो लोगों को ठंड से निजात मिली। लेकिन दोपहर बाद अचानक ठंड में वृद्धि होने लगी और शाम सात बजे के बाद पूरा शहर भयानक कनकनी के आगोश में समा गया। कुल मिला कर यही लगा कि दो महीनों से ठंड का इंतजार करते लोगों के लिए अब सचमुच की ठंड आ गयी है।
मौसम के आंकड़ों पर नजर डालिए तो गुरुवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री रहा, जबकि शाम सात बजे ही पारा 14 डिग्री तक लुढ़क चुका था। उपग्रह से प्राप्त अनुमान के अनुसार आधी रात के वक्त इस सीजन का सबसे ठंड समय हो सकता है। क्योंकि उस वक्त तक पारा 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। वहीं, दिन के वक्त लगभग सात किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछिया हवा चलती रही और यही वजह थी कि शाम के वक्त से ही जबरदस्त ओस गिरने लगी थी।
ठंड में वृद्धि के कारण गर्म कपड़ों की सेल लगाए बैठे व्यवसायियों के लिए जैसे अच्छे दिन आ गए हैं। शहर वासी ठंड से निजात पाने के लिए बड़ी संख्या में गर्म कपड़ों की खरीद के लिए पहुंच रहे हैं। ठंड के कारण बेजुबान पशुओं की जैसे शामत आ गयी है। अलावों के पास कुत्ते के बच्चे झुंड बना कर बैठे अक्सर नजर आ जाते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री के आगमन में व्यस्त प्रशासनिक महकमे की नजर शायद इस ठंड के कहर पर नहीं पड़ी है। अन्यथा शहर में सार्वजनिक स्थानों पर अलाव लगवाने का सिलसिला जरूर शुरू हो जाता।