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मौत भी नहीं तोड़ सकी ममता की डोर

रानीगंज [अरुण मंडल]: प्रखंड के हांसा पंचायत अंतर्गत लक्ष्मीपुर यादव टोला में रविवार की रात हाई व

By Edited By: Published: Mon, 02 May 2016 09:27 PM (IST)Updated: Mon, 02 May 2016 09:27 PM (IST)
मौत भी नहीं तोड़ सकी ममता की डोर

रानीगंज [अरुण मंडल]:

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प्रखंड के हांसा पंचायत अंतर्गत लक्ष्मीपुर यादव टोला में रविवार की रात हाई वोल्टेज बिजली की तार साक्षात मौत बन कर टूटी। मौत के साथ आग की लपटें भी आई, जिसने आधा दर्जन घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आसमान से गिरी आफत जब शांत हुई तो टोले में मौत की तीन डोलियां श्मशान घाट जाने के लिए तैयार थी। इनमें से दो तो छोटे छोटे मासूम बच्चों की थी, जबकि तीसरी डोली पर दोनों मासूमों की निष्प्राण मां लेटी थी, मानों बच्चों की मौत भी ममता की डोर को नहीं तोड़ सकी थी।

कहर बनकर गिरी हाई वोल्टेज तार दो मासूम एवं उसकी मां को अपने चपेटे में लेकर मौत की नींद सुला दी। सुबह जब एक साथ तीन डोली सजी तो गांव के लोग फफक पड़े। बूढे़, बच्चे, महिलाएं व पुरूष सबकी आंखे नम हो गई। आगामी पंचायत को लेकर सक्रिय समर्थक हो या विभिन्न पदों के प्रत्याशी सभी इस गम के माहौल में अपने चुनाव का गम भी भूल गये। अर्थी बारात में न कोई प्रतिद्वंद्वी था किसी के बीच कोई मनमुटाव। सबों की आंखें नम थी। मौके पर ग्रामीण विद्युत विभाग की कार्यशैली को भी कोष रहे थे। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे जो इसे होनी का सांत्वना देकर पीड़ित परिवारों को ढाढ़स बंधा रहे थे।

अपनी पत्नी संजू देवी एवं दो मासूम पुत्रों को खोने से गोवर्धन यादव की स्थिति बदतर है। उसे समझ नही पाते समेत दो मासूम बेटे बाबुल (5)और प्रेम(2)को गवां चूका पीड़ित गोबर्धन यादव की जान इस हादसे में बाल बाल बचा है। पेशे से मजदूरी करने वाले इस बदनसीब के चार घर भी जल गये हैं। अनाज, कपड़ा-लत्ता सब जल गए।वो बिलख बिलख कर सुनाता है कि रात में जब बिजली का तार उसके फूस के घर पर गिरा तो आग लग गई। दोनों बच्चे की जान बचाने के लिए बाहर भागी पर बिजली का तार मौत बन कर खड़ी थी जिसके चपेट में तीनों आ गए।ग्रामीण बताते हैं कि संजू देवी एक कर्मठ महिला थी जो स्वयं सहायता समूह चलती थी और वो उसकी अध्यक्ष् भी थी। घटना के बाद जब माँ के शव के बगल में झुलसे दोनों मासूम बेटे का शव जिसने भी देखा अपनी आंसू ना रोक सका। घटना के बाद पुलिस भी पहुंची जिसने यूडी केस दर्ज कर लाश का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं बीडीओ प्रमिला कुमारी भी मौके पर पहुंच प्रत्येक को बीस-बीस हजार की राशि उसके आश्रितों को पारिवारिक लाभ योजना से दिया। तार गिरने से लगी आग में गोबर्धन के जहां चार घर जले है वहीं उसके पड़ोसी अशोक के भी दो घर जले हैं। इस अग्नि कांड में एक लाख की सम्पत्ति दोनों पीड़ितों की नष्ट हुई है।


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