मुंशी प्रेमचन्द की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित
अररिया। इंद्रधनुष साहित्य परिषद के तत्वावधान में तथा वयोवृद्ध साहित्यप्रेमी उमाकांत दास की अध्यक्षता
अररिया। इंद्रधनुष साहित्य परिषद के तत्वावधान में तथा वयोवृद्ध साहित्यप्रेमी उमाकांत दास की अध्यक्षता में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की 135वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय कई साहित्यप्रेमी उपस्थित रहें।
मुंशी प्रेमचन्द के चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत सभाध्यक्ष श्री दास, प्रो. पी.पी.साह, हेमंत यादव, मांगन मिश्र, डा. अनुज प्रभात, हरिशंकर झा, केदारनाथ कर्ण, हर्षनारायण दास, विनोद कुमार तिवारी, बलराम बनर्जी, राजू विद्यार्थी आदि ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। बताया कि प्रेमचन्द के उपन्यासों की कथावस्तु कल्पना कुसुम ना होकर मानव जीवन की वास्तविकताओं ओतप्रोत है। वे मार्क्सवादी विचारधाराओं से भी प्रभावित थे।
वक्ताओं ने उनकी महत्वपूर्ण कृति गोदान, गबन, कर्मभूमि, निर्मला, पंच परमेष्वर, ईदगाह, नमक का दारोगा पर चर्चा करते हुये प्रेमचन्द को साहित्य जगत का अमर साहित्यकार बतलाया।
कार्यक्रम में कृत्यानन्द राय, शिव नारायण चौधरी, गोविन्द नारायण दास, राज नारायण प्रसाद, भुवनेश्वर दास, भुवन कुमार झा, वरूण कुमार झा, सुनील दास, श्रीवास ¨सह, पं. महेन्द्र नारायण झा, सुरेन्द्र प्रसाद मंडल आदि भी उपस्थित थे।