मानसून की बेवफाई से नहीं हुई धान रोपनी
अररिया। मानसून दगा देने लगा है। धान की रोपनी नहीं होने से किसानों की पेशानियों पर बल पड़ गए हैं। नहरो
अररिया। मानसून दगा देने लगा है। धान की रोपनी नहीं होने से किसानों की पेशानियों पर बल पड़ गए हैं। नहरों में भी पानी नहीं है। बारिश नहीं हुई तो धान की रोपाई नहीं हो सकेगी। कुछ किसान पम्पसेट से पटवन कर धान रोपनी कर रहे हैं। ओला वृष्टि व गेंहू के बालियों में दाना नहीं आने से किसान पहले ही तबाह हो चुके हैं। अब धान की खेती पर भी आफत है। सकारी उदासीनता इनके जख्मों पर नमक छिड़क रहा है। घोषणा के बावजूद किसानों को मुआवजा राशि नहीं मिली है। किसान बैंक और कार्यालय का चक्कर काट रहे है।
बसैटी के किसान झाबू चौधरी ने कहा कि मानसून ने फिर दगा दे गया। बारिश नहीं हुई तो धान की रूपाई नहीं हो सकेगा। खेत में बिचड़ा सूख रहा है। गुणवंती के दूर्गा प्रसाद राय कहते हैं कि बैक से किसानों को ऋण नहीं मिल पा रहा है। चंद्र के मोईज उ²ीन, मोईज, हफिज कहते हैं कि प्राकृतिक की मार व मकई व गेंहूं में दाना नहीं आने से किसान पहले बर्बाद हो चुके हैं। सरकार ने मुआवजे की घोषणा की थी। मुआवजा के लिए बैंक और कृषि कार्यालय का चक्कर काटकर थक चुके हैं। उबदूर्रहमान, फजले हक, साकिबूर्रहमान कहते हैं कि बारिश नहीं हुई तो धनरोपणी नहीं हो सकेगी।
चंद्रदई के मुखिया आसिर्फुर रहमान कहते हैं कि यहां का मुख्य फसल धान है। बारिस नहीं होने से किसान ¨चतित हैं।