सड़क पर मक्का किसानों का कब्जा, हादसों में हो रहा इजाफा
अररिया, : प्रधान मंत्री सड़क हो या स्टेट व नेशनल हाईवे। सड़क पर मकई फसल सुखाने का एक फैशन शुरू हो गया
अररिया, : प्रधान मंत्री सड़क हो या स्टेट व नेशनल हाईवे। सड़क पर मकई फसल सुखाने का एक फैशन शुरू हो गया है। फिर क्यों न हो यह भी तो उन्हीं की संपति है। न कोई रोकने वाला और न कोई टोकने वाला। जब चाहा जहां चाहा चिकनी चौड़ी सड़क पर पसार दिया मकई। यदि कोई वाहन सवार मकई पर फिसल कर गिर गया तो उल्टे खरी खोटी भी सुननी पड़ती है।
रानीगंज प्रखंड के ठेकपुरा निवासी सुबोध साह, संजय झा आदि ने बताया कि सड़क के आधे से अधिक हिस्से पर कब्जा जमा कर दबंग ग्रामीण मक्का सुखाते हैं। आमने-सामने से यदि कोई वाहन आ जाए तो सवार को जान बचाना भी मुश्किल हो जाता है। फिसलने के कारण मोटर साईकिल व साईकिल सवार जख्मी हो जता है। हद तो तब हो गई मंगलवार को ठेकपुरा गावं का एक वार्ड सदस्य स्वयं बीच सड़क पर मकई सुखा रहा था। एक तरफ से मोटर साईकिल सवार और दूसरी तरफ से ट्रैक्टर आ रहा था। मोटर साईकिल सवार मकई पर फिसल गया। जिससे उसे चोटें आई। वार्ड सदस्य उसे संभालने के बजाए उस सवार पर बरस पड़ा। बात इतनी बढ़ी कि हाथापाई की नौबत आ गई। लोगों ने बीच बचाव कर शांत करा दिया। अररिया-रानीगंज स्टेट हाई वे हो या डाक बंगला चौक से पूर्णिया जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क, हर तरफ मकई की फसल खुलेआम सड़क पर पसरी रहती है। बगल बगल से बड़ा बड़ा रोड़ा, ईट, लकड़ी रख दिया जाता है। ताकि वाहन मकई के तरफ नहीं आए। जो किसी भी सवार के लिए जानलेवा बन जाता है। अररिया- फारबिसगंज जाने वाली नेशनल मार्ग का भी यही हाल है। वहीं, सरकारी कर्मी व स्थानीय प्रशासन इस होकर रोज गुजरते हैं लेकिन किसी ने इसे रोकने या मना करने की जहमत गंवारा नहीं करते हैं।