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जब आबै संतोष धन सब धन धुरि समान..

भरगामा(अररिया), संसू: बिहार अनेक संत, ज्ञानी, विद्वान का जन्म स्थली है। बिहार का अर्थ सत्य ज्ञान में

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 09:06 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 09:06 PM (IST)
जब आबै संतोष धन सब धन धुरि समान..

भरगामा(अररिया), संसू: बिहार अनेक संत, ज्ञानी, विद्वान का जन्म स्थली है। बिहार का अर्थ सत्य ज्ञान में रमण से जुड़ा है। जहां सत्य व ज्ञान में रमते बिहरते है वहीं बिहार है। संस्कृति की शुरूआत बिहार से ही होती है। यह बात दो दिवसीय ध्यान अधिवेशन में रविवार को संत मंत के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी सत्यानंद महाराज जी ने कही।

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कार्यक्रम में स्वागतध्यक्ष के रूप में बिहार सरकार के राजस्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव मौजूद थे। कार्यक्रम का आयोजन महर्षि मेंहीं आवासीय विद्यालय रघुनाथपुर उत्तर के परिसर में किया गया था। इस मौके पर स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने अमृत ज्ञान यज्ञ में कहा कि वेद में कहा गया है परमात्मा को जानिए जगत के जन्म दात्री को उंगली उठाते हैं तो समाज उसे अच्छा नहीं कहता है। सूरज का अंश किरण है। परमात्मा को जो भूले वे भूले ही रहेंगे। जगत मेला है, इसमें परमात्मा जगत का सार है।

परमात्मा को जो अपनाता है पूरा संसार उसका हो जाता है। स्वामी जी ने लोगों से कहा कि परमात्मा को जानिए और उसे भजिए। संतों के संग जो उक्ति वे बताएं वहीं सत्संग है। स्वामी जी ने कहा कि परमात्मा अति सुक्ष्म है और व्यापक है। हम आप में भी परमात्मा है। परमात्मा की प्राप्ति अंदर में होती है।

वहीं स्वागत भाषण करते हुए राजस्व मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव ने कहा कि भगवान ने मनुष्य को अच्छे बिचार, कर्म के लिए जन्म दिया है। राम नर्क रूप में आए कर्म के बदौलत दुनियां उन्हें पूजती है। भगवान से उत्तम गुरू है, आज के शिक्षक जो गुरू है उन्हें भी इसका ख्याल रखना चाहिए। मंत्री ने कहा कि भगवान भक्त के लिए सीमा तोड़ते थे अर्जुन, भक्त प्रहलाद जैसे भक्त को बनना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गांधी जी बड़े राजनीतिज्ञ थे। वे महात्मा कहलाएं।

राजा हरिश्चंद्र, राम, बुराई के खात्मा के लिए घर का त्याग किया। इसीलिए लोगों को जीवन में कर्म को उतारना पड़ेगा। समाज में धन संपदा के लिए अशांति फैली है, संतोष से बड़ा कोई धन नहीं है। बड़ों, माता, पिता, गुरूवर की सेवा करनी चाहिए। इस मौके पर स्वामी जयकुमार बाबा, गोनर बाबा, सच्चिदा बाबा ने भी प्रवचन दिया। मंच संचालन प्रो. दिनेश दिनकर ने किया। इस अवसर पर प्रमुख दिव्य प्रकाश यादवेंदु, पूर्व जिप सदस्य सत्यनारायण यादव, प्रखंड जदयू अध्यक्ष नवीन प्रसाद, विद्यालय प्रधानाध्यापक सत्यनारायण यादव, व्यापार मंडल अध्यक्ष मिथिलेश यादव, बीस सूत्री सदस्य जगदीश यादव, पूर्व मुखिया दुर्गानंद यादव, राजेन्द्र यादव, नित्यानंद मेहता आदि उपस्थित थे।


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