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भारत आस्ट्रेलिया मैच को ले गर्म रहा सट्टा बाजार

जोगबनी (अररिया)संसू: यूं तो आस्ट्रेलिया की टीम जीत गई। लेकिन इंडिया - आस्ट्रेलिया मैच को लेकर नेपाल

By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 01:10 AM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 01:10 AM (IST)
भारत आस्ट्रेलिया मैच को ले गर्म रहा सट्टा बाजार

जोगबनी (अररिया)संसू: यूं तो आस्ट्रेलिया की टीम जीत गई। लेकिन इंडिया - आस्ट्रेलिया मैच को लेकर नेपाल में सारा दिन सट्टा का उतार चढ़ाव होता रहा। विश्वकप को लेकर सट्टा का बाजार 14 फरवरी से ही लगातार चालू है। अब यह अंतिम पड़ाव पर आ गया है। 14 फरवरी से लेकर 26 मार्च तक करोड़ों रूपये से ज्यादा का स्टोरियों ने वारे न्यारे करवाए। इस खेल में कितने लोग लाखपति हो गए तो उससे अधिक खाकपति बन गये।

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जानकारों के अनुसार इन सट्टेबाजों का तार जयपुर ,बीकानेर सुजानपुर ,गुजरात, कोलकाता सहित देश के कई महानगरों व नेपाल की राजधानी काठमांडु ,धरान विराटनगर इटहरी एवं वीरता मोड़ तक जुड़ा हुआ है।

क्या है सट्टा, कैसे खेलते हैं लोग

नेपाल में ज्यादा तर बिचौलिए काम को देखते है। मैन बुकी भारत के जयपुर बीकानेर ,सुजानपुर सहित कई शहरों में बैठते है जिनका अंर्तराष्ट्रीय देशों से भी तार जुड़ा हुआ है। सूत्रों की मानें तो सटोरियों की भाषा में खेलने वाले को पेंटर कहतें है खेलवाने वाले को बिचोलिया । सट्टों का मैन बुकी होता है बुकी और पेंटर के बीच मे बिचौलियां कड़ी का काम करता है। जिसका काम भाव लेकर जितने वाले पेंटर अर्थात खेलने वाले से तीन से पांच प्रतिशत काटकर पेमेंट करता है, अर्थात धंधा ब्लैक मनी वाईट पर काम ईमानदारी पूर्वक चलता है। खेलने वाले से लेकर बिचौलियां तक की कॉल रिकोडिंग तक होती है जिससे बातों मे फर्क पड़ने पर उसी कॉल से सत्यता साबित हो। नेपाल में ज्यादातर बिचौलिए ही काम को अंजाम देते है। सट्टो में मैन खेल अंको का होता है। आस्ट्रेलिया ने 328 रन बनाया तो लास्ट का एक अंक मिलने पर 8 का भाव पेंटर को दिया जाता है। इसे 1 का 8 भाव कहते है। क्रिकेट शुरू होते ही सट्टोरियों की भाषा में बराबर का भाव टक्कर की टीम पर लगता है । 10 से 40 ओवर जो रन चलता है इसे सट्टोरियों की भाषा में सेसन कहते है।

40 से 50 ओवर में बिचौलियों का काम शुरू होता है जिसे पारी शुरू करना कहते हैं। मैच हार जीत का भाव अलग होता है। छोटी टीम के जीतने पर बुकी को नुकसान होता है। नेपाल के बिचौलियों की मानें तो इनकी पहुंच उपर तक होती है इसलिए वे अपने कार्यो को बेखौफ अंजाम देते है।


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