बाटे सुरुज देव कहां लागल देर..
अररिया, जासं: गुरुवार की सुबह वातावरण में छायी धुंध व कोहरे के कारण सूर्योदय में विलंब हुआ। हालांकि
By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 07:03 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 07:03 PM (IST)
अररिया, जासं: गुरुवार की सुबह वातावरण में छायी धुंध व कोहरे के कारण सूर्योदय में विलंब हुआ। हालांकि सूरज के उगने का वक्त लोगों को समाचार माध्यमों की वजह से जानकारी में था और लोगों ने नियत समय पर अर्घ्य भी दे दिया। लेकिन इस दौरान सूर्य देव को समर्पित यह गीत बड़ा प्रासंगिक लगा।
बाटे सुरुज देव कहां लागल देर..? छठ घाटों पर कई श्रद्धालु गा रहे थे कि हे सूर्य देव आपको आने में क्यों विलंब हो गया? इस सवाल का जवाब उनके गीत में ही था। सूर्य देव कहते हैं कि रास्ते में मुझे कई नेत्रहीन, निर्धन, संतानहीन याचक मिल गए। उनकी मनोकामना पूरी करने में मुझे देर हो गयी। हे भक्त बताइए, आपकी क्या मनोकामना है? मैं उसे अवश्य पूरा करूंगा।
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