नूना तटबंध की मरम्मत, डीडीसी ने किया निरीक्षण
फोटो- 19 एआरआर- 12
कैप्शन- नूना का निरीक्षण करते अधिकारी
-मनरेगा के तहत हो रहा तटबंध मरम्मत का काम
-कार्य पर आयेगी 3.77 लाख की लागत
-आधा तटबंध कट कर समाया नूना नदी में
सिकटी (अररिया), संसू: नूना नदी पर कालू चौक उत्तर में बने तटबंध मरम्मत कार्य का निरीक्षण सोमवार को डीडीसी अरशद अजीज एवं एसडीओ संजय कुमार ने किया।
नूना नदी तटबंध मरम्मत का काम मनरेगा के तहत से 3.77 लाख की लागत से किया जा रहा है। दोनों अधिकारियों ने बताया कि यह राशि काम के बढ़ने पर बढ़ भी सकती है। ज्ञात हो कि नूना नदी में पड़रिया गांव के नजदीक आधा तटबंध कट चुका है तथा नदी की तेज धारा उक्त तटबंध पर पूरा दवाब बना रही है। वहीं, घोड़ा चौक व सिंघिया गांव के नजदीक भी बांध पर पानी का तेज दवाब बन रहा है। यदि यह तटबंध कट जाता है तो नूना नदी, पड़रिया, कालू चौक के नजदीक अपना रास्ता बदल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो बांसबाड़ी, कठुआ, सालगुड़ी, कचना, औलाबाड़ी, बगुलाडागी सहित कई गांव प्रभावित हो जाएंगे और हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो जायेगी। तटबंध में हो रहे कटाव को देखकर ग्रामीण भयभीत हैं।
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सिर पर बाढ़, बन रहा तटबंध
सिकटी: प्रशासन की ढीले रवैये का यह अजब खेल है। नूना कहर बरपाने पर आमादा है। पिछले साल तो इस नदी की बाढ़ से सिकटी प्रखंड के एक दर्जन गांव तबाह हो गए थे। लेकिन प्रशासन ने समय रहते बांध की मरम्मत नहीं की। अब जब नूना की बाढ़ सिर पर सवार है, प्रशासन के अधिकारी बांध की मरम्मत में लगे हैं।
ग्रामीण खुर्शीद आलम, मुखिया प्रतिनिधि इशाक अहमद, असफाक आलम आदि ने बताया कि प्रशासन सूखे मौसम में कटाव निरोधक कार्य क्यों नही शुरू करवाता है? जब बाढ़ पानी का समय आ जाता है तब कटाव निरोधक कार्य किया जाता है। इससे यहां के लोगों में प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश देखा जा रहा है।