रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन जारी
By Edited By: Published: Tue, 19 Aug 2014 07:05 PM (IST)Updated: Tue, 19 Aug 2014 07:05 PM (IST)
कुर्साकांटा (अररिया), संसू: भले ही सरकार ने ग्रामीण युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना की शुरूआत की हो लेकिन इस इलाके का सच यह है कि रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन आज भी जारी है। स्थिति यह बन चुकी है कि प्रखंड क्षेत्र के गांवों में अब खेतिहर मजदूर ढूंढने से नहीं मिलते। इस प्रखंड में लगभग 25000 खेतिहर मजदूर हैं। इनमें आधी संख्या महिला मजदूरों की है। खेत से लेकर मकान बनाने तक में महिलाएं काम करती है।
गांवों में नहीं मिल रहे खेतिहर मजदूर
इस प्रखंड में भ्रष्टाचार एवं सरकारी तंत्र की विफलता के कारण मनरेगा फ्लाप हो गया है। इस कारण रोजगार के अभाव में गांवों से मजदूरों का सर्वाधिक पलायन हो रहा है और गांव में खेतिहर मजदूरों की किल्लत बढ़ गई है। आज गांवों में सिर्फ ऐसे ही मजदूर मिलते हैं जो अकुशल होते हैं।
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