खिलाएं एमडीएम का खाना, नहीं तो भरें जुर्माना
अमित कुमार अमन, अररिया : प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के लिए चल रही एमडीएम योजना भले ही भ्रष्टाचार के रंग से रंगी दिख रही हो, लेकिन अब बच्चों को मध्याह्न भोजन का खाना नहीं खिलाने वाले शिक्षकों को अपनी जेब से जुर्माना भरना होगा। सरकार ने इसके लिए नई तरकीब शुरू की है। स्कूलों में एमडीएम संचालन के दौरान अनियमितता मिलेगी तो पिछले सात दिन को उसी तरह मानते हुए हेडमास्टर पर आर्थिक दंड का निर्धारण किया जाएगा। निर्धारित आर्थिक दंड जमा नहीं करने पर उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।
अररिया में अभियान का आगाज, 15 हेड मास्टरों पर गिरी गाज
सरकार के नए सिस्टम को लागू कर एमडीएम योजना में सुधार की कवायद तेज हो गयी है। इस अभियान का आगाज अररिया में हो गया। इसमें पहले दौर के कार्रवाई की जद में 15 स्कूलों के प्रधान आए हैं, जिन पर मध्याह्न भोजन योजना के प्रभारी पदाधिकारी ने विभागीय निर्देश के आलोक में अनियमितता के आरोप में आर्थिक दंड की राशि निर्धारित कर दी गई है।
किस स्कूल के प्रधान पर लगा आर्थिक दंड
नरपतगंज- प्राथमिक विद्यालय बरियारपुर दक्षिण दंड की राशि 36291
नरपतगंज प्रा.वि. जाट आदिवासी टोला 35958
फारबिसगंज मदरसा इमादुल उलूम बोकरा 27301
पलासी उमवि ककुड़वा 48334
पलासी प्रा.वि. उरलाहा 27301
पलासी उमवि कुजरी 28704
पलासी प्रावि हारूण चौक 11946
अररिया प्रावि हृदयनगर मुसहरी टोला 13153
अररिया प्रावि मजलूमगंज 34293
फारबिसगंज प्रावि यादव टोला शहबाजपुर 639
फारबिसगंज प्रावि ठाकुर टोला मटियारी 577
फारबिसगंज प्रावि पुरवारी झिरूआ 1143
फारबिसगंज प्रावि सुखसैना 2919
फारबिसगंज प्रावि संथाली छोटू हांसदा टोला 428
फारबिसगंज उमवि लहसनगंज 76732
बीआरपी की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई
जिला मध्याह्न भोजन योजना के प्रभारी पदाधिकारी ने संबंधित प्रखंड के बीआरपी द्वारा समर्पित जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की है। बताया जाता है कि शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव द्वारा जारी पत्र संख्या 2558 में निहित निर्देश के आलोक में दस से 20 फीसद आर्थिक दंड वसूलने का अभियान शुरू किया गया है।
राशि जमा नहीं करने पर होगी प्राथमिकी
एमडीएम योजना में अनियमितता बरतने के आरोप में निर्धारित किए गए आर्थिक दंड की राशि जमा नहीं करने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर प्राथमिकी भी दर्ज हो सकती है। प्रभारी पदाधिकारी ने उक्त 15 विद्यालयों में से ऊपर से क्रमांक सात तक के विद्यालय प्रधान पर दो दिन पूर्व कार्रवाई की है। जबकि शेष पर कुछ दिन पहले जुर्माना लगाया है।