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लीड=जांच बाद होगी एसएसबी जवानों पर विभागीय कार्रवाई

By Edited By: Published: Sun, 27 Jul 2014 08:30 PM (IST)Updated: Sun, 27 Jul 2014 08:30 PM (IST)
लीड=जांच बाद होगी एसएसबी जवानों पर विभागीय कार्रवाई

फोटो : 27एआरआर-19,20,21

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कैप्शन :

- डीएम ने सीमा के समीप कैंप स्थापित करने का दिया भरोसा

- जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का दिखा समन्वय

- जवानों व ग्रामीणों से हुई पूछताछ

सिकटी(अररिया), संसू: एसएसबी जवानों व ग्रामीणों के बीच हुए विवाद में जवानों पर प्राथमिकी दर्ज करने का एसपी ने निर्देश दिया। लेकिन इनके खिलाफ विभाग जांच बाद ही कोई कार्रवाई करने के मूड में है।

रविवार को जिस प्रकार माहौल बिगड़ा उसमें कई बातें सामने आयी। एसएसबी एवं ग्रामीणों के बीच उपजे विवाद में यदि शनिवार की शाम की पुलिस व एसएसबी द्वारा कार्रवाई की जाती तो विवाद इतना नहीं बढ़ता। लेकिन कैंप के समीप जवानों व ग्रामीणों के बीच झड़प बाद ग्रामीण थाने पहुंचे। लेकिन यहां ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इधर जवानों द्वारा गांव में ग्रामीणों के साथ मारपीट की घटना से विवाद को नया तूल दे दिया। सुबह होते-होते ग्रामीणों ने सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू हुई।

जवानों से अधिकारियों ने की पूछताछ

रविवार को जिलाधिकारी, एसपी एवं सेनानायक ने मामले की जानकारी के लिए गांव का दौरा किया। गांव पहुंचकर अधिकारियों ने गांव के हालात देखे और पीड़ितों से जानकारी ली। इसके बाद बीओपी में बैठकर मामले की जानकारी जवानों से से भी ली। घटना में शामिल जवानों से बारी-बारी से पूछताछ की। जिसमें कमांडर संजीत झा, जवान सुदामा पासवान, दिलीप सिंह, जितेन्द्र साह समेत लेटी कंपनी के सहायक सेनानायक शशिभूषण शामिल थे। इस क्रम में स्थानीय विधायक आनंदी यादव, पूर्व प्रमुख कमरूज्जमा ने भी उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्या से अवगत कराया।

जिलाधिकारी नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने विधायक एवं ग्रामीणों को सीमा के निकट जमीन उपलब्ध कराने तथा कैंप को वहां स्थानांतरित का भरोसा दिलाया। भविष्य में ग्रामीण एवं एसएसबी के बीच ऐसे मामले नहीं होने की बात कर मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की बात कही।

पुलिस अधीक्षक विजय कुमार वर्मा ने सेनानायक से तत्काल आरोपी जवानों को हटाने की सलाह देते हुए थानाध्यक्ष को पीड़ितों के बयान पर दोषियों के विरूद प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। साथ ही एसएसबी द्वारा अनावश्यक रूप से स्थानीय लोगों में आक्रोश नहीं पनपने की बात कही। स्थानीय ग्रामीण प्रतिनिधियों तथा आमजन से समन्वय बनाकर कार्य करने तथा विवाद न हो इसका ख्याल रखा जाए। वहीं एसएसबी 28 वीं बटालियन के सेनानायक एसआर गुप्ता ने डीएम एसपी के साथ पीड़ित गांव का भ्रमण कर जवानों एवं ग्रामीणों के बीच हुए विवाद पर निष्पक्ष जांच कर दोषी जवानों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की बात कही। हालांकि वो एसएसबी के जवानों पर लगाए गये आरोप से पूरी तरह सहमत नहीं थे।


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