बाढ़ पूर्व तैयारी, खाद्यान्न की नहीं हुई खरीददारी
- चुड़ा, गुड़ तथा दिया-सलाई खरीद में जिला प्रशासन शिथिल
- अगर आ जाए बाढ़ तो पीड़ितों को नहीं मिलेगी लाभ
अररिया, संसू: टूटे नावों के सहारे बाढ़ से जंग लड़ने की तैयारी में जुड़े प्रशासन के सामने एक और परेशानी सामने है। बाढ़ पूर्व तैयारी के नाम पर दर्जनों निर्देश जारी होता है, पर अमल किसी एक पर हो जाए तो, बड़ी बात मानी जाएगी। यूं तो अबतक जिले में बाढ़ ने दस्तक नहीं दी है। अगर खुदा न खास्ता किसी कोने में बाढ़ आ गई तो पीड़ित परिवारों के बीच वितरण के लिए प्रशासन के पास खाद्य सामग्री नहीं है। क्योंकि अबतक बाढ़ पूर्व तैयारी के मद्देनजर खाद्य सामग्रियों यथा चना, गुड़, दियासलाई, मोमबत्ती आदि की खरीद अब तक नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि करीब एक माह पूर्व जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा की ओर से निविदा निकाली गई थी, परंतु इसमें किसी ने भाग नहीं लिया। इसकी पुष्टि जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी बुद्ध प्रकाश ने की है। यहां बता दें कि 2008 में कुसहा बांध टूटने के बाद जिले में बाढ़ ने खूब प्रलय मचाया था और दर्जनों लोगों की जान तथा हजारों परिवारों को विस्थापित कर दिया था। यूं तो बाढ़ से अररिया, जोकीहाट, पलासी, सिकटी, कुर्साकांटा प्रखंड के पंचायतों में हर बार परमान, बकरा, नूना, कनकई आदि नदी के बाढ़ से तबाही होती है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
खाद्य सामग्री के लिए एक बार निविदा निकाली गई थी। किसी के भाग नहीं लेने पर दूसरी बार निकालने की तैयारी चल रही है। जल्द ही बाढ़ पूर्व संपूर्ण तैयारी कर लिया जाएगा।
बुद्ध प्रकाश
जिला आपदा प्रबंधन
पदाधिकारी, अररिया