नोटबंदी: रेनो-निसान ने अपने प्लांट में 1 शिफ्ट को किया बंद
नोटबंदी की मार इस साल कई कार कंपनियों पर भारी पड़ी। रेनो-निसान ऑटोमोटिव इंडिया ने तमिलनाडू में चल रहे अपने ऑर्गाडैम प्लांट में अपनी 3 शिफ्टों में से 1 शिफ्ट बंद कर दी।
नई दिल्ली: नोटबंदी की मार इस साल कई कार कंपनियों पर भारी पड़ी। रेनो-निसान ऑटोमोटिव इंडिया ने तमिलनाडू में चल रहे अपने ऑर्गाडैम प्लांट में अपनी 3 शिफ्टों में से 1 शिफ्ट बंद कर दी। अब कंपनी के वर्कर्स 3 शिफ्ट की बजाए 2 शिफ्ट में आते हैं। कंपनी ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि नोटबंदी के चलते उनके कार की बुकिंग्स की डिमांड में गिरावट आई है।
कंपनी ने 3 शिफ्ट में से 1 शिफ्ट को बंद करके उन वर्कर्स की छंटनी की है जो डेली बेसिस और टेम्परेरी वर्कर्स थे। पर्मानेंट वर्कर्स को प्लांट के अन्य कार्यों में लगा दिया गया है। हालांकि कंपनी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसने कितने वर्कर्स की छंटनी की है। दिसंबर के दूसरे हफ्ते से कंपनी ने यह फैसला लिया है।
कंपनी का कहना है कि उसने तीसरी शिफ्ट सिर्फ रेनो क्विड और डेटसन रेडी गो की बढ़ती डिमांड के चलते शुरू की थी। लेकिन अब इन गाड़ियों की डिमांड में आई गिरावट के चलते कंपनी को यह फैसला लेना पड़ा है।
कंपनी का कहना है कि कार की डिमांड ज्यादा है लेकिन कार का वेटिंग पीरियड की वजह से कंपनी की सेल्स में गिरवाट आ गई। तीन शिफ्ट की बजाए अब दो शिफ्ट में कंपनी अपना प्रोडक्शन करेगी। इस साल पहली तिमाही में कार की सेल्स 48 फीसदी तक बढ़ गई थी। लेकिन साल के अंत तक गाड़ियों की डिमांड बढ़ने की बजाए उम्मीद से ज्यादा कम हो गई।