बुकिंग नहीं डिलिवरी डेट से तय होगी कार की कीमत, सेस से हुआ ग्राहकों को कन्फ्यूजन
एडिशनल सेस बढ़ने के बाद कारों बुकिंग हुई कारों की डिलिवरी से पहले अगर सेस लागू हो गया तो ग्राहकों को एक्ट्रा पैसे देने पड़ेंगे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। जीएसटी काउंसिल के नए प्रपोजल ने कार खरीदने वाले ग्राहकों में कन्फ्यूजन पैदा कर दिया है। लग्जरी कारों पर 15 फीसद से 25 फीसद सेस बढ़ाने के प्रपोजल को सरकार भी लागू करने के मूड में है। अब ऑटो कंपनियों के पास ग्राहकों को लेकर काफी उलझले आ रही हैं। ग्राहक कंपनियों से सवाल कर रहे हैं कि कार की पहले कराई हुई बुकिंग पर डिलिवरी के समय में बढ़ा हुआ सेस देना होगा या नहीं। इस पर कंपनियां ग्राहकों को सीधा जवाब नहीं दे पा रही हैं। कंपनियों का कहना है कि बुकिंग से ज्यादा डिलिवरी मायने रखती है ऐसे में डिलिवरी से पहले अगर सेस लागू हो गया तो ग्राहकों को एक्ट्रा पैसे देने पड़ेंगे।
कार कंपनियों ने क्या कहा?
कार कंपनियों ने बताया ग्राहक को डिलिवरी के समय लागू होने वाली कीमत का भुगतान करना होगा। अगर ग्राहक आज कार की बुकिंग कराता है और उसकी डिलिवरी एक या दो महीने बाद लेता है, इस बीच अगर एडिशनल सेस लागू हो गया तो ग्राहक को आउटस्टेंडिंग के तौर पर बाकी भुगतान भी करना होगा।
लैंड रोवर इंडिया ने हालही में अपनी नई डिस्कवरी को लॉन्च किया है जिसकी कीमत 68.05 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी ने कीमतों का ऐलान करते हुए कहा था कि इसमें एडिशनल सेस को अभी नहीं जोड़ा गया है क्योंकि यह तय नहीं हुआ है कि एडिशनल सेस लागू किया जाएगा या नहीं। अगर यह लागू होता है तो इसकी कीमतों में हमें बदलाव करना होगा। वहीं मर्सिडीज बेंज इंडिया ने भी कहा कि अगर एडिशनल लगाया गया तो कारों की कीमतों में इजाफा किया जाएगा और बढ़े हुए टैक्स को ग्राहकों पर ही डाला जाएगा।
कितना हो जाएगा टैक्स:
लग्जरी कारों पर 10 फीसद एडिशनल टैक्स लगने से ग्राहकों पर ही पूरा बोझ डाला जाएगा। एडिशनल सेस बढ़ने के बाद इन गाड़ियों पर टोटल टैक्स 53 फीसद हो जाएगा जो कि जीएसटी लागू होने के बाद अब तक 43 फीसद है। यही वजह है कि लग्जरी कारों की कीमत 80 हजार रुपये से लेकर 7 लाख रुपये तक बढ़ा दी जाएंगी।