‘Adidas Odds’ खास उनके लिए जिन्हें ‘चलना नहीं, दौड़ना पसंद है’
‘Adidas Odds’ चुनौतियां किस इंसान की जिंदगी में नहीं होती, बल्कि हम में से कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जिनके लिए जिंदगी का दूसरा नाम ही ‘संघर्ष’ होता है.
‘भागती-दौड़ती जिंदगी में इम्तिहान कड़े होंगे, थक जाएंगे कदम लेकिन थकने न देना मन, न रूकने का यही हौंसला मंजिलों तक पहुंचाएगा कल.’
चुनौतियां किस इंसान की जिंदगी में नहीं होती, बल्कि हम में से कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जिनके लिए जिंदगी का दूसरा नाम ही ‘संघर्ष’ होता है. जैसे सोचिए, किसी व्यक्ति में तेज रफ्तार से दौड़ने का हुनर है, उसे अपनी काबिलियत पर पूरा यकीन है कि एक दिन अपने इस रफ्तार के जज्बे से वो पूरे देश का नाम रोशन करेगा, लेकिन फिर अचानक एक एक्सीडेंट में वो अपना एक पैर खो बैठता है. ऐसे में उसके सपने वहीं टूट जाते हैं, लेकिन किसी ने ठीक ही कहा है कि ‘दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है’. कुछ ऐसे ही असंभव को संभव बनाया है ‘एडिडास’ ने.
जिसने ऐसे जूते पेश किए हैं, जिसे वो लोग भी आसानी से पहन सकते हैं जिनकी इच्छाशक्ति उनकी शारीरिक भिन्नता से कहीं आगे है. ‘Odds’ (ऑड्स) नाम से लांच किए गए इन जूतों को पैरा-एथलीट्स को समर्पित किया गया है. जिसे खास उन लोगों के लिए डिजाइन किया है, जिनका एक पैर नहीं है. इन जूतों को पहनकर एथलीट आसानी से अपनी रफ्तार को एक नया आयाम दे सकते हैं.
अपने सपनों को ऊंचाई देने वाले ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं मेजर डीपी सिंह जो भारत के पहले ‘ब्लेड रनर’ माने जाते हैं. उनकी जिंदगी की कहानी किसी जंग को जीतने जैसी ही है. जिन्होंने आज तक 18 मैराथन में अपनी रफ्तार का जादू बिखेरा है और उनका ये जज्बा आज भी जारी है.
‘एडिडास’ के ‘ऑड्स’ जूते सिर्फ एक ब्रांड नहीं बल्कि कभी न हार मानने वाले उन पैरा-एथलीट्स के लिए एक विश्वास है, जो अलग पहचान बनाने के लिए चलना नहीं बल्कि दौड़ना पसंद करते हैं, वो भी पूरी रफ्तार के साथ.